1. Sanatan Dharam Ka Apman

Sanatan Dharam Ka Apman

सनातन का अपमान करने वालो पर हो कठोर कार्यवाही

Sanatan Dharam Ka Apman

जयपुर, 8 सितम्बर।सनातन धर्म के बारे तमिलनाडु के खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन द्वारा दिए गए अपमानजनक बयान के विरोध में आज शहर के गणमान्य व्यक्तियो ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा।https://fitnesswellness2.com/

राष्ट्रपति के नाम संबोधित इस ज्ञापन द्वारा सनातन के विरुद्ध की गई आपत्तिजनक बयानबाजी को समाज में विद्वेष फैलाने वाला बताया । मेजर जनरल अनुज माथुर ने बताया कि भारतवासियो की भावनाओ को आहत करने का सुनियोजित षड्यंत्र हो रहे है।

ऐसा लगता है कि भारत को कमजोर करने की साजिश की जा रही है। ज्ञापन में राष्ट्रपति से मांग की है की उदयनिधि का बयान राष्ट्र हित के लिए घातक है अतः मामले में हस्तक्षेप कर कठोर कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करवाए।

Sanatan Dharam Ka Apman

उल्लेखनीय है कि डीएमके नेता उदयनिधि ने सनातन को डेंगू, मलेरिया, कोरोना जैसा बताते हुए इसके उन्मूलन की बात कही थी। जिससे देश भर में सनातन में आस्था रखने वालो में नाराजगी है। डीएमके I.N.D.I.A. गठबंधन में शामिल है।https://www.youtube.com/channel/UCXCLWxrPi94ULj1IxEdvBhg

ज्ञापन देने वालो में सेवानिवृत्त आईएएस, आईपीएस, सेना के सेवानिवृत्त अधिकारी, एक्स वीसी एवं सेवानिवृत्त न्यायाधीश सम्मिलित थे। ले. जनरल विश्म्भर सिंह, पूर्व न्यायाधीश प्रशान्त अग्रवाल पूर्व आईएएस ललित के पंवार , से.नि. आईजी मदनसिंह राठौड़, से.नि. कर्नल देवानंद लोहमरोड़ सहित 63 गणमान्य नागरिको ने ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। जिसमें सेवानिवृत्त ले. जनरल कर्नल, ब्रिगेडियर भी सम्मिलित थे।

पूर्व कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश सहित कई सेवानिवृत्त उच्च अधिकारियो ने इस ज्ञापन के माध्यम से सनातन के अपमान पर आपत्ति दर्ज करवाई और विधिक प्रक्रिया के द्वारा कठोर कार्रवाई की मांग रखी है।

Sanatan Dharam Ka Apman

Sanatan Dharam Ka Apman

1 सामाजिक एकजुटता का महाप्रदर्शन

सामाजिक एकजुटता का महाप्रदर्शन

सामाजिक एकजुटता का महाप्रदर्शन

तुष्टिकरण के खिलाफ बड़ी चौपड़ पर सामाजिक एकजुटता का महाप्रदर्शन

सामाजिक एकजुटता का महाप्रदर्शन

सामाजिक एकजुटता का महाप्रदर्शन

 

सामाजिक एकजुटता का महाप्रदर्शन

जयपुर, 4 अक्टूबर। दुर्घटना को सांप्रदायिक रंग देने और असामाजिक तत्वों द्वारा चारदीवारी के बाजारों में लूटपाट के विरोध में जयपुर बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले सर्व हिन्दू समाज ने संतों की अगुवाई में बुधवार को बड़ी चौपड़ पर महाधरना दिया। इसमें हजारों की संख्या में हिन्दू समाज के लोगों ने तेज धूप के बावजूद सडक़ों पर बैठकर शांतिपूर्वक धरना दिया। हमारे यूट्यूब चैनल भी देखे https://www.youtube.com/watch?v=93fYwX-FTFo&t=306s

भगवा ध्वज और तिरंगा झंडा लहराते हुए लोगों के समूह कार्यक्रम शुरू होने से पूर्व ही बड़ी चौपड़ की ओर बढऩे लगे। धरने में शामिल लोग तुष्टिकरण बंद करो, आंतकियों को बाहर भगाओ, आवाज दो हम एक है, छोटीकाशी की पहचान सौहार्द, संस्कृति और नारी सम्मान लिखी तख्तियां लेकर पहुंचे। भारत माता और जय श्रीराम के नारों ने माहौल में जोश बनाए रखा।

कार्यक्रम का शुभारंभ संतों के उद्बोधन और देशभक्ति गीतों के साथ हुआ। मंच से पीड़ित परिवार की आर्थिक सहायता करने और विधिक मदद उपलब्ध करवाने की घोषणा के साथ चेतावनी दी गई कि सात दिन में बाजारों में उपद्रव मचाने वाले और सड़क दुर्घटना को मॉब लिचिंग का रूप देने वालों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो पूरे जयपुर बंद का आह्वान किया जाएगा।

मुख्य वक्ता समाजसेवी हेमंत सेठिया ने कहा कि जयपुर में हमेशा से सामाजिक सौहार्द का वातावरण रहा है। सभी समुदाय और वर्ग सदियों से मिल जुल कर रहते आए हैं। लेकिन दूसरे शहरों और राज्यों से लोग आकर यहां का माहौल बिगाड़ रहे है।

भारत की संस्कृति वसुधैव कुटुंबकम और सर्वे भवंतु सुखिन: की रही है। यहां सर से तन जुदा और खून का बदला खून का कट्टरपन सहन नहीं किया जाएगा। मुस्लिम समुदाय के प्रबुद्ध लोग ऐसे लोगों को सही राह दिखाए, उन्हें संस्कारित करें, किसी के बहकावे में आकर गुंडागर्दी पर उतारू नहीं हो। यह किसी के भी लिए अच्छा नहीं है, शांति और सौहार्द्र सभी समुदायों और समाजों की सामूहिक जिम्मेदारी है।

सामाजिक एकजुटता का महाप्रदर्शन

जयपुर व्यापार महासंघ के अध्यक्ष सुभाष गोयल ने कहा कि व्यापारी समाज कमजोर नहीं है।मुस्लीम समुदाय के समूहो में आपसी झगड़े के बाद दूसरे दिन पुरोहित जी के कटले और दड़ा बाजार को जबरन बंद करवाने, सामान फैंकने की घटना में लिप्त लोगों को गिरफ्तार कर सजा नहीं दी गई तो पूरे जयपुर को बंद किया जाएगा। हमारे वेबसाइट एड्रेस है https://fitnesswellness2.com/

सामाजिक एकजुटता का महाप्रदर्शन

सामाजिक एकजुटता का महाप्रदर्शन

हम यह भी जानते है कि एक घंटे भी बाजार बंद रहता है तो अरबों रूपए के राजस्व का नुकसान होता है लेकिन अपने अस्तित्व के लिए ऐसा करना हमारी मजबूरी है।

गुर्जर समाज के देवनारायण गुर्जर ने कहा कि समाज के वातावरण को खराब करने वाले और ऐसे तत्वों को संरक्षण देने वाले लोगों को सबक सिखाना होगा। भारत के टुकड़े करने और सनातन का विरोध करने वालों का अस्तित्व मिटाना होगा।

वाल्मीकि समाज के मनोज चांवरिया ने कहा कि आज प्रशासन और हिंदुओं और समुदाय विशेष में भेदभाव बरत रहा है। हिंदुओं के त्योहार मनाने पर अंकुश लगाया जा रहा है।

इन्होंने भी किया संबोधित:
सिख समाज के सरदार जसवीर सिंह, मातृशक्ति से मंजू वैष्णव, जयपुर व्यापार महासंघ के अध्यक्ष सुभाष गोयल, रावणा राजपूत समाज के रणजीत सिंह सोडाला ने भी महाधरने को संबोधित किया। सर्व समाज हिंदू महासभा के अध्यक्ष चंद्रप्रकाश भाड़ेवाला, सिंधी समाज से चंद्र प्रकाश खेतानी, साहू समाज के श्याम साहू, मेहरा समाज से हनुमान सहाय मेहरा, यादव समाज से मुकेश यादव, श्री राजपूत करणी सेना के प्रताप कालवी, विप्र सेना के अध्यक्ष सुनील तिवाड़ी सहित विभिन्न समाजों से जुड़े लोग अपने समाज के लोगों के साथ महाधरने में शामिल हुए।

सामाजिक एकजुटता का महाप्रदर्शन

सामाजिक एकजुटता का महाप्रदर्शन

संत समाज का मिला सान्निध्य:
महाधरने में विभिन्न मठ-मंदिरों के संत-महंत-पीठाधीश्वर मंचस्थ थे। कौशल्या दास की बगीची के कानादास महाराज, सांवल दास बगीची के सियाराम दास महाराज, पापड़ के हनुमान जी के रामसेवक दास महाराज, अमरनाथ महाराज, राम कुटिया के कृष्ण दास महाराज, हाथोज के दक्षिणमुखी बालाजी मंदिर के स्वामी बालमुकुंदाचार्य महाराज, सरना डूंगर के परशुराम दास महाराज, बाल व्यास महाराज, आचार्य भावनाथ, मनीष दास, साध्वी समदर्शी के अलावा गीता गायत्री मंदिर के पंडित राजकुमार चतुर्वेदी, सरस निकुुंज के प्रवक्ता प्रवीण बड़े भैया काले हनुमान मंदिर के योगेश शर्मा सहित अनेक संत-महंत उपस्थित रहे।

सामाजिक एकजुटता का महाप्रदर्शन

सामाजिक एकजुटता का महाप्रदर्शन

सरकार के समक्ष रखी ये मांगें:
1. दुर्घटना के बाद वीडियो में हरे कपड़े में एक युवक खुद को मंसूरी बताते हुए दिख रहा है। उसी व्यक्ति ने इकबाल की हथियार से हत्या की है, उसे गिरफ्तार किया जाए।

2. हिंदू युवक गुंडा तत्वों से आत्मरक्षा के लिए संघर्ष कर रहे हंै। उन पर हत्या की धारा हटाकर आत्म रक्षा की धारा लगाई जाए।

3. संपूर्ण मामले की निष्पक्ष जांच कर आठ निर्दोष लोगों को रिहा किया जाए।

4. इस प्रकरण में दो जनप्रतिनिधियों की संलीप्तता की जांच हो।

5. इकबाल के परिजनों को मॉब लिचिंग के नाम पर पचास लाख का मुआवजा दिया गया जबकि यह सत्य नहीं है। जांच रिपोर्ट नहीं आने तक या तो मुआवजा राशि वापस ली जाए या दुर्घटना और मॉब लिचिंग में मारे गए हिंदुओं के परिजनों को भी पचास लाख रूपए दिए जाए।

6. जयपुर से बाहर आकर फुटकर व्यवसाय कर रहे थड़ी-ठेला वालों, ई रिक्शाचालकों के बैकराउंड की जांच करते हुए पहचान पत्र जारी किए जाए।

7. शहर में रात्रि साढ़े दस बजे के बाद समूह में बैठने, तेज गति से बाइक चलाकर भय का माहौल बनाने वालों से जुड़ी सख्त गाइडलाइन बनाकर पालना करवाई जाए।

सामाजिक एकजुटता का महाप्रदर्शन

सामाजिक एकजुटता का महाप्रदर्शन