RICK SLAYMAN who received first pig kidney transplant has died

RICK SLAYMAN who received first pig kidney transplant has died

RICK SLAYMAN who received first pig kidney transplant has died

RICK SLAYMAN who received first pig kidney transplant has died

RICK SLAYMAN who received first pig kidney transplant has died

A man who had received genetically modified pig kidney transplant has died,  This kidney transplants is done 2 month before. His Name was RICK SLAYMAN of aged 62 year, he was suffering with end-stage kidney disease in the months of March 2024.

Hospital where this Transplants is done namely MASSACHUSETTS GENERAL HOSPITAL has declared that there are not indication that death of RICK SLAYMAN is due to Kidney transplants reason may be other.  Hospital said transplants of other organ from genetically modified pig have been also failed before. RICK SLAYMAN who received first pig kidney transplant has died

Hospital also declared that MR. RICK SLAYMAN was also suffering from Diabetes & High Blood Pressure Disease.  In  2018 also done human kidney transplants with him. That kidney began to fail after five year.

MASSACHUSETTS GENERAL HOSPITAL had also declared after transplants that no dialysis if require after pig kidney transplants because organ is working well.

“Mr. Slayman will forever be seen as a beacon of hope to countless transplant patients worldwide and we are deeply grateful for his trust and willingness to advance the field of xenotransplantation,” MGH said in a statement.

Hospital said it was deeply saddened” for his sudden death and offered condolences to his relatives & friends .

Mr Slayman’s relatives said his story was an inspiration.

“Rick said that one of the reasons he underwent this procedure was to provide hope for the thousands of people who need a transplant to survive,” they said.

“Rick accomplished that goal and his hope and optimism will endure forever.

“To us, Rick was a kind-hearted man with a quick-witted sense of humour who was fiercely dedicated to his family, friends, and co-workers,” they added.

While Mr Slayman received the first pig kidney to be transplanted into a human, it is not the first pig organ to be used in a transplant procedure.

Two other patients have received pig heart transplants, but those procedures were unsuccessful as the recipients died a few weeks later.

In one case, there were signs the patient’s immune system had rejected the organ, which is a common risk in transplants.

Also visit our youtube Channel   https://www.youtube.com/@murariprasad2

हमारे अन्य पोस्ट  के लिए वेबसाइट विजिट करें  https://fitnesswellness2.com/  देखें ।

 

विश्व मातृभाषा दिवस

विश्व मातृभाषा दिवस

विश्व मातृभाषा दिवस 21 फरवरी, 2024

मातृभाषा – वात्सल्य की भाषा

शैशवावस्था में मानव जो प्रथम भाषा सीखता व बोलता है उसे उसकी मातृभाषा कहते हैं, जो माँ की ममता के स्नेह से परिपूर्ण होती है। विश्व मातृभाषा दिवस पर अपनी जननी के साथ हर क्षण को बांटना, सिखना और समझना एक बच्चा जिस भाषा से शुरू करता है, जीवन के प्रारंभ में संचार का यह प्राथमिक साधन मातृभाषा ही कहलाता है।

मनुष्य के जीवनकाल में सर्वप्रथम अपनी भावनाओं को शब्दों में पहचान देना मातृभाषा के द्वारा होती है।
हम जिससे वात्सल्य प्राप्त करते हैं उसे सम्मान स्वरूप् मां कहते हैं।

मातृभाषा का अस्तित्व देश, स्थान और संस्कृति के अनुसार बनता है, जो सम्पूर्ण विश्व में अलग-अलग परन्तु महत्वपूर्ण है। प्रत्येक व्यक्ति की पहचान जिस प्रकार उसके देश, वेश, नगर, परिवार व नाम से होती है वैसे ही भाषा बोली भी उसी पहचान का हिस्सा है।

भारत बहुभाषी देश है, अन्य विविधताओं की तरह भाषाओं की विविधता भी पर्याप्त है, भारत की सारी भाषाएं उन उच्च लोगों के लिए मातृभाषा है जिस अंचल में वे निवास करते हैं। क्योंकि हिंदी अधिकांश प्रान्तों में बोलचाल की भाषा है। हम केवल उसे ही मातृभाषा मान लेते हैं, जबकि हिन्दी तो मात्र सम्पूर्ण भारत की सम्पर्क भाषा है,

हमारे संविधान में कुल 22 भाषाओ को मान्यता है। यह भाषाएँ अपने भारत को सांस्कृतिक रूप से सुदृढ़. बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। संवाद, लेखन, पठन, अभिव्यक्ति, परम्पराएं , गीत, भजन, रीतिनीति व जीवन मूल्यों आदि अनेको रूप में मातृभाषा को सहेजा जाता रहा है।

मातृभाषा के माध्यम से शिक्षा बालक के लिए सर्वाधिक ग्राह्य होती है। मानव संसार के किसी भी कोने का क्यों न हो परन्तु जब भी वह पीड़ा के क्षण में होता है तो उसके मुख से उसकी मातृभाषा में ही शब्द निकलता है। पीड़ा के उस असहनीय समय में मातृभाषा में भरी आवाज क्षणिक औषधि का भी अनुभव कराती है, माँ के सानिध्य सा।

मातृ भाषा शर्म नही मर्म है”

विश्व मातृभाषा दिवस पर  बहुत से लोग जो अपनी मातृभाषा को बोलना बन्द कर चुकें हैं, जिसका कहीं-कहीं कारण लज्जा, दिखावा भी होता है, उनको भी कोई गूढ़ विषय सहज सरल अपनी मातृभाषा में ही समझ आता है।

मातृभाषा में भावाभिव्यक्ति सरल और अधिक प्रभावी होती है। भावनाओं की निजता से यह निजभाषा भी कही जाती है। प्रत्येक व्यक्ति के धड़कते ह्रदय की पहचान है मातृभाषा। हम सभी को अपनी मातृभाषा की अनमोलता पर गर्व व अन्यों की मातृभाषा का सम्मान करना चाहिए।

कार्यशैली की भाषा और जीवन शैली की भाषा में अन्तर पहचान रखते हुए हमारे जीवन-व्यवहार में मातृभाषा, देशभक्ति, संस्कृति और समृद्धि का प्रतीक है। अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर भी मातृभाषाओं के संरक्षण पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। हम प्रतिदिन अपने घर परिवार की बोलचाल में मातृभाषा को चलायमान करें।

दिप्ती श्री

++++++++++++++++++

हमारे यूट्यूब चैनल देखने के लिए विजिट करें  https://www.youtube.com/@murariprasad2

हमारे अन्य पोस्ट  के लिए वेबसाइट विजिट करें  https://fitnesswellness2.com/  देखें ।

निंद नहीं आने के कारण 1

निंद नहीं आने के कारण

निंद नहीं आने के कारण और उपाय

आजकल के भाग दौड़ की जिंदगी  में लोगो के नींद उड़ गई है। निंद नहीं आने के कारण के कारण कई है। बहुत सारे लोगों के जिंदगी में रात्रि की निंद नहीं आना आम बात हो गई है। हमें निंद क्यों नहीं आता है। हमें अपने आपको बदलना होगा, इस विषय पर रूककर सोचने की आवश्कयता है।

प्रकृति ने हमें दिनभर काम को करने के लिए दिया है और रात हमें आराम करने के लिए मिला है लेकिन आजकल के आधुनिक दिनचर्या में हम इसके उलट रात्रि के 3 – 4  बजे तक पार्टी करते रहते और फिर दिन के 12 बजे तक सोते रहते है। निंद नहीं आने के कारण निम्नलिखित है :-

1-  प्रतिदिन व्यायाम नहीं करना :- हमें एक्टिव रहने के लिए प्रति दिन कम से कम 30 मिनट का योग और व्यायाम करने की आवश्यकता है।

2-  प्रतिदिन समय पर नहीं सोना  :- हमें स्वास्थय  रहने के लिए प्रति दिन समय से सोना या समय से  विस्तर पर जाना होगा।

३- प्रतिदिन ज्यादा कॉफ़ी और चाय अधिक पीना :- हमें प्रतिदिन चाय कॉफ़ी नहीं पीनी चाहिए जिसमे कॉफिन जैसे रासायनिक तत्व पाए जाते है।

४- ध्रुमपान करना :- ध्रुमपान करने के कारण भी हमें निंद नहीं आने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

5- चिंता और तनाव :-  चिंता और  तनाव के कारण भी हम निंद नहीं आने के भयंकर समस्याओ से सामना करना पड़ सकता है।

6- मोबाइल और टीवी :- आज कल हमारी आदत बन गई है कि खाते पीते वक्त मोबाइल और टीवी का इस्तेमाल करते रहते है जिसके कारण हमें निंद नहीं आने कि बीमारी से 2 4 होना पड़ता है।

7- बीमारी :- यदि आप बीमार है तो और यदि आपको डायबिटीज , मोटापा,  ह्रदय रोग या तनाव आदि बीमारी है तो आपको रात में निंद नहीं आने समस्या हो सकती है और यदि आप किसी खास बीमारी से ग्रसित है और कोई खास मेडिसिन लेते है तब भी आपको निंद नहीं आएगी।

8- जीवनशैली में बदलाव :-  जैसा आप पहले जीवन जी रहे है और अचानक अगर आपका लाइफ स्टाइल में परिवर्तन होता है तब भी इस बीमारी अनिंद्रा से ग्रसित हो सकते है।

निंद नहीं आने के कारण के लक्षण :-

यदि आपको रात्रि में सोने में तकलीफ हो,  दिन के वक्त निंद आवे और आप वेवजह गई थकावट महसूस करते हो, सुबह के वक्त आप फ्रेश महसूस नहीं करते हो, देर रात तक जागते रहना और देर रात को सोने के वाबजूद जल्दी जग जाना निंद नहीं आने के कारण  के प्रमुख लक्षण है।

आइये अब निंद नहीं आने के कारण के उपाय पर भी विचार करते है :-

1- फिटनेस फर्स्ट हमारा स्लोगन है, एक्टिव रहे , खुश रहे, हमेशा भगवान को धन्यवाद् प्रेषित करना , अतः  प्रतिदिन 30 मिनट्स का योग और व्यायाम करें निंद पक्की आएगी ।

२- अपने आप को स्वस्थ्य रखने के लिए सबसे पहले आप अपनी दिमाग को शांत रखे। आपका ब्लड प्रेशर, डॉयबिटीज़ और तनाव को नियंत्रित रखें।

3- खान पान में बदलाव करना , आप अपने खान पान में परिवर्तन करें आप देखे कि किया हम अप्राकृतिक भोजन कर रहे है अर्थात प्राकृतिक भोजन लें।

4-  रात को हल्का भोजन लेना , रात में बहुत अधिक भारी भोजन नहीं लेना चाहिए ।

5- प्रतिदिन एक निश्चित समय पर विस्तर पकड़ लेने चाहिए और निश्चित समय पर विस्तर छोड़ने कि आदत डाले , अगर आप स्वस्थय रहना चाहते है तो।

6- विशेष डॉक्टर से संपर्क करें और वे जिस मेडिसिन को प्रेफर करें उनको अवश्य लें।

विशेष 

यदि आपकी अनिंद्रा अधिक समय के लिए रहता है तब आप डॉयबिटीज़ , मोटापा ,  हाई ब्लड प्रेशर, हृदयरोग, स्ट्रोक, एल्ज़िमर, कैंसर जैसे बीमारी से ग्रसित हो सकते हैं।  अतः यह कोई रोग नहीं है केवल और केवल अपने जीवनशैली को बदल कर ऐसे जानलेवा बीमारी से बच सकते हैं। 

हमारे यूट्यूब चैनल देखने के लिए विजिट करें  https://www.youtube.com/@murariprasad2

हमारे अन्य पोस्ट  के लिए वेबसाइट विजिट करें  https://fitnesswellness2.com/  देखें ।

 

स्वामी रामभद्राचार्य जी

स्वामी रामभद्राचार्य जी

स्वामी रामभद्राचार्य जी

14 जनवरी/जन्म-दिवस श्री स्वामी रामभद्राचार्य जी

विकलांग विश्वविद्यालय के निर्माता स्वामी रामभद्राचार्य

स्वामी रामभद्राचार्य जी

स्वामी रामभद्राचार्य जी

किसी भी व्यक्ति के जीवन में नेत्रों का अत्यधिक महत्व है। नेत्रों के बिना उसका जीवन अधूरा है; पर नेत्र न होते हुए भी अपने जीवन को समाज सेवा का आदर्श बना देना सचमुच किसी दैवी प्रतिभा का ही काम है। जगद्गुरु रामानन्दाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज ऐसे ही व्यक्तित्व हैं।

स्वामी जी का जन्म ग्राम शादी खुर्द (जौनपुर, उ.प्र.) में 14 जनवरी, 1950 को पं. राजदेव मिश्र एवं शचीदेवी के घर में हुआ था। जन्म के समय ज्योतिषियों ने भविष्यवाणी की कि यह बालक अति प्रतिभावान होगा; पर दो माह की अवस्था में इनके नेत्रों में रोहु रोग हो गया। नीम हकीम के इलाज से इनकी नेत्र ज्योति सदा के लिए चली गयी। पूरे घर में शोक छा गया; पर इन्होंने अपने मन में कभी निराशा के अंधकार को स्थान नहीं दिया।

चार वर्ष की अवस्था में ये कविता करने लगे। 15 दिन में गीता और श्रीरामचरित मानस तो सुनने से ही याद हो गये। इसके बाद इन्होंने सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय से नव्य व्याकरणाचार्य, विद्या वारिधि (पी-एच.डी) व विद्या वाचस्पति (डी.लिट) जैसी उपाधियाँ प्राप्त कीं। छात्र जीवन में पढ़े एवं सुने गये सैकड़ों ग्रन्थ उन्हें कण्ठस्थ हैं। हिन्दी, संस्कृत व अंग्रेजी सहित 14 भाषाओं के वे ज्ञाता हैं।

स्वामी रामभद्राचार्य जी

अध्ययन के साथ-साथ मौलिक लेखन के क्षेत्र में भी स्वामी जी का काम अद्भुत है। इन्होंने 80 ग्रन्थों की रचना की है। इन ग्रन्थों में जहाँ उत्कृष्ट दर्शन और गहन अध्यात्मिक चिन्तन के दर्शन होते हैं, वहीं करगिल विजय पर लिखा नाटक ‘उत्साह’ इन्हें समकालीन जगत से जोड़ता है।

सभी प्रमुख उपनिषदों का आपने भाष्य किया है। ‘प्रस्थानत्रयी’ के इनके द्वारा किये गये भाष्य का विमोचन श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने किया था।

बचपन से ही स्वामी जी को चौपाल पर बैठकर रामकथा सुनाने का शौक था। आगे चलकर वे भागवत, महाभारत आदि ग्रन्थों की भी व्याख्या करने लगे। जब समाजसेवा के लिए घर बाधा बनने लगा, तो इन्होंने 1983 में घर ही नहीं, अपना नाम गिरिधर मिश्र भी छोड़ दिया।

स्वामी जी ने अब चित्रकूट में डेरा लगाया और श्री रामभद्राचार्य के नाम से प्रसिद्ध हो गये। 1987 में इन्होंने यहाँ तुलसी पीठ की स्थापना की। 1998 के कुम्भ में स्वामी जी को जगद्गुरु तुलसी पीठाधीश्वर घोषित किया गया।

तत्कालीन राष्ट्रपति डा. शंकरदयाल शर्मा के आग्रह पर स्वामी जी ने इंडोनेशिया में आयोजित अंतरराष्ट्रीय रामायण सम्मेलन में भारतीय शिष्टमंडल का नेतृत्व किया। इसके बाद वे मारीशस, सिंगापुर, ब्रिटेन तथा अन्य अनेक देशों के प्रवास पर गये।

स्वामी रामभद्राचार्य जी

स्वयं नेत्रहीन होने के कारण स्वामी जी को नेत्रहीनों एवं विकलांगों के कष्टों का पता है। इसलिए उन्होंने चित्रकूट में विश्व का पहला आवासीय विकलांग विश्विविद्यालय स्थापित किया। इसमें सभी प्रकार के विकलांग शिक्षा पाते हैं। इसके अतिरिक्त विकलांगों के लिए गोशाला व अन्न क्षेत्र भी है।

राजकोट (गुजरात) में महाराज जी के प्रयास से सौ बिस्तरों का जयनाथ अस्पताल, बालमन्दिर, ब्लड बैंक आदि का संचालन हो रहा है।

विनम्रता एवं ज्ञान की प्रतिमूर्ति स्वामी रामभद्राचार्य जी अपने जीवन दर्शन को निम्न पंक्तियों में व्यक्त करते हैं।

मानवता है मेरा मन्दिर, मैं हूँ उसका एक पुजारी
हैं विकलांग महेश्वर मेरे, मैं हूँ उनका एक पुजारी

कृपया हमारे यूट्यूब चैनल https://www.youtube.com/watch?v=vX5Gz7bSCxU&t=146s

अन्य पोस्ट देखने के लिए हमारे वेबसाइट  देखे https://fitnesswellness2.com/

स्वामी रामभद्राचार्य जी

स्वामी रामभद्राचार्य जी

कोविड से बचे लोगों को दिल की विफलता का खतरा

कोविड से बचे लोगों को दिल की  विफलता का खतरा

Heart failure


जापान के एक अध्ययन में पाया गया है कि जिन व्यक्तियों को covid हो गए थे उनको हार्ट फेलियर होने के खतरा बहुत ही ज्यादा है, उन्होंने कवीड 19 पर बहुत ही चिंताजनक बात कही है कि जिनको कवीड 19 जो गया था और उस समय बीमारी से बच गए थे उनके हार्ट में दिल में कवीड 19 के वायरस काफी दिनों तक रहे है   उन कोविड से बचे लोगों को दिल की विफलता का खतरा के खतरा कि गुंजायस काफी बढ़ जाती है| 

कोविड से बचे लोगों को दिल की विफलता का खतरा

जापान के प्रतिष्ठित वैज्ञानिक संसथान रिकेन ने कोविड से बचे लोगों को दिल की विफलता का खतरा पर विशेष  प्रकाश डाला है, वे इस उभरते हुए कोविड से बचे लोगों को दिल की विफलता का खतरा खतरा से बचाव के उपाय पर विशेष बल देने का आग्रह किया है |

COVID-19 अपने स्पाइक प्रोटीन को मानव कोशिका सतहों पर ACE2 रिसेप्टर्स के सहारे शरीर में प्रवेश करता है। यह विशेष रूप अन्य अंगों की तुलना में हृदय में प्रवेश करती है,   ACE2 रिसेप्टर्स की उच्च सांद्रता होती है, जिससे ह्रदय के उत्तको को प्रभावित करती है | इसी वजह से कोविड से बचे लोगों को दिल की विफलता का खतरा अधिक रहती है या हो रहे हैं | कुछ रोगियो में हृदय के कार्य कम हो गए है ऐसा किया हो रहा है इस जटिलता को समझ नहीं पाया है |

उन्होने बताया कि यह कोविड से बचे लोगों को दिल की विफलता का खतरा कही महामारी न बन जाये, इस पर विशेष बल देने कि आवश्यकता है,  अनुसंधान समूह ने प्रेरित प्लुरिपोटेंट स्टेम (आईपीएस) कोशिकाओं का उपयोग करके हृदय ऊतक का निर्माण किया। उन्होने उत्तको इन अलग अलग मात्रा में वायरस से संकर्मित कराया तब पाया गया कि ह्रदय से रिलेटेड कार्य करने में कमी पाया गया |

यह भी  देखा गया कि अगर संक्रमण का स्तर अगर 10% काम किया गया तब ह्रदय कि कार्य क्षमता एक खास स्तर पर बना रहा और संक्रमण 4 सफ्ताह तक बना रहा था|  इस शोध से पता चलता है कि इसके बाबजूद भी कुछ कोविड से बचे लोगों को दिल की विफलता का खतरा नहीं रहेगा |

यह भी शोध किया गया कि वायरस के संक्रमण से ह्रदय प्रभावित होता है और ह्रदय के कार्य क्षमता कम होता है |

अब भारत में भी JN.1 CONID -19 वैरिएंट के मामले फिर से बढ़ रहे है , और कोविड से बचे लोगों को दिल की विफलता का खतरा भी महामारी का रूप ले सकता है |

अतः स्वाथ्य से सम्बंधित सूचना के अवगत रहे और कोविद के नए वारीअत से सुरक्षित रहे, जरुरी सुरक्षा अपनाये  जैसे मास्क , भीड़ भाड़ वाली जगह नहीं जाना आदि आदि | 

रोज योग व्यायाम करते रहे, COVID बचने के विशेष प्राणायाम है भस्त्रिका जिससे मनुष्य की फेफड़ा मजबूत होता है और अपनी इम्मुनिटी मजबूत होती है , गरम पानी पिये, टेंशन नहीं लें, विटामिन सी लें ,

सचमुच में भारत में COVID के केस बढ़ना काफी ही चिंताजनक है  यदि यहाँ COVID  दुवारा बढ़ता है तो समस्या और बढ़ जाएगी | COVID  की भयावहता हम देख चुके है कैसे कैसे जवान लोगो की मौत हो गई थी, इस बात को याद करके ही सिहरन पैदा होता है |

हमें विशेष प्रकार से सतर्क रहना पड़ेगा ताकि अपने को कोविड से बचे लोगों को दिल की विफलता का खतरा में कम से कम क्षति हो, भारत सरकार ने सभी राज्यों को अलर्ट कर दिया है की अपनी व्यवस्था दुरस्त कर लें  ताकि अगर संक्रमण बढ़ता है तब समय रहते परिस्थिति से लड़ा जा सके, और स्वास्थय से सम्बंधित के वीडियो देखने के लिए हमारी यूट्यूब चैनल https://www.youtube.com/@murariprasad2 भी देखे  एवं इस वेबसाइट की अन्य पोस्ट देखने के लिए अपनी वेबसाइट https://fitnesswellness2.com/ भी देखे |

 

 

 

 

 

 

 

 

Contact Us

Contact us

Contact Us

हमारे इस वेबसाइटhttps://fitnesswellness2.com/ में  आप सभी का स्वागत है|

हमारे पता है

Contact us

मुरारी प्रसाद सिंह

प्लाट नंबर 5, नारायणपुरी बी, निवारू रोड , झोटवाड़ा जयपुर – 302012 भारत

फ़ोन नंबर 9772733831

ईमेल murariprasad2@gmail.com

हमारे यूट्यूब चैनल https://www.youtube.com/channel/UCXCLWxrPi94ULj1IxEdvBhg

Contact us

Murari Prasad Singh

Plot No.5, Narayanpuri-b, Niwaru Road, Jhotwara, Jaipur – 302012, Rajasthan, Bharat

Emal. : murariprasad2@gmail.com

our youtube channel : https://www.youtube.com/channel/UCXCLWxrPi94ULj1IxEdvBhg

Phone No. 9772733831

CONTACT US

CONTACT US

ABOUT US

ABOUT US

ABOUT US

हमारे वेबसाइट https://fitnesswellness2.com/ में आपका हम और हमारी टीम फिजिकल एक्सरसाइज और इंश्योरेंस एवं म्युचुअल फंड्स आदि कार्यों में रुचि रखते हैंहेल्थ  से संबंधित आर्टिकल्स हम इस  वेबसाइट में लिखते हैं, इसके अलावा हम लाइफसइल फूड्स ट्रैवल्स एवं मोटिवेशनल स्टोरीज फैशन टेक्नोलॉजी न्यूज़ स्पोर्ट्स संस्कृत के सुभाषितम आदि विषयों पर भी आर्टिकल्स लिखते हैंΙ हमारे टीम में लेखकों का समूह भी है तो विभिन्न प्रकार के लेख को सम्पादित करते हैं

*Health Tips Hindi* ABOUT US

हम जानते हैं कि स्वास्थ्य हमारे जीवन में कितना महत्वपूर्ण है और हमारा उद्देश्य है आपको उपयोगी स्वास्थ्य संकेत और ज्ञान प्रदान करना। हमारे लेख आपको पोषण, व्यायाम, मानसिक तंदुरुस्ती, स्वस्थ जीवनशैली, और सामान्य स्वास्थ्य के महत्वपूर्ण मुद्दों पर सुझाव देते हैं। हम स्वास्थ्य के सभी पहलुओं पर लेख लिखते है  बनाते हैं, जैसे आहार, व्यायाम, तनाव प्रबंधन, मनोवैज्ञानिक तरीके, और बाल स्वास्थ्य।

हम आपको आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए ज्ञानवर्धक टिप्स, अपडेट, और उपाय प्रदान करने का उद्देश्य रखते हैं। हमारी दृष्टि है कि स्वस्थ जीवनशैली के माध्यम से हम समृद्ध, ऊर्जावान और पूर्णता के साथ जीवन जी सकते हैं। तो आइए, हमारे साथ जुड़िए, स्वास्थ्य के मार्गदर्शन लेखो को पढ़े और स्वस्थ रहने के उपायों का अध्ययन करें।

हमारे यूट्यूब  चैनल https://www.youtube.com/channel/UCXCLWxrPi94ULj1IxEdvBhg को भी  सब्सक्राइब करें और स्वास्थ्य समुदाय में शामिल हों ताकि आप हमारे नवीनतम वीडियो से अपडेट रहें। स्वास्थ्य के बारे में सूचना प्राप्त करने के लिए हमारे चैनल का आनंद लें और अपने जीवन को स्वस्थ और पूर्णतापूर्ण बनाएं। धन्यवाद!

*Relaxing Music* ABOUT US

हमारी एक यूट्यूब चैनल भी है तो https://www.youtube.com/channel/UCXCLWxrPi94ULj1IxEdvBhg चलिए, हमारी शांतिपूर्ण संगीत संग्रह से शुरू करें। जीवन कभी-कभी अत्यधिक तनावपूर्ण हो सकता है, और हम मानते हैं कि संगीत आत्मा को शांति देने की शक्ति होती है।

हमारे संगीत संग्रह में चयनित शांतिपूर्ण धुनें, वाद्ययंत्र गीत और माहौलिक ध्वनियाँ शामिल हैं, जो आपको शांति प्राप्त करने, आत्मिक समाधान के लिए सहायता प्रदान करने और दिनचर्या के तनाव से बचने में मदद करने के लिए तैयार की गई हैं। अपने लिए एक क्षण लें, आंखें बंद करें और संगीत को आपको शांति के स्थान तक ले जाने दें।

*Motivational Stories In Hindi* ABOUT US

हम विश्वास रखते हैं कि प्रेरणा का महत्व अपार होता है और हम आपको अपने सपनों को प्राप्त करने और सामरिकताओं को पार करने के लिए आग्रह करने की शक्ति प्रदान करने का उद्देश्य रखते हैं। हमारे मोटिवेशनल सामग्री हिंदी में आपकी उम्दा प्रभावित करने के लिए तैयार की गई है। हमारे स्टोरीज  आपकी आत्मविश्वास को बढ़ाने, आपकी सामरिक प्रवृत्ति को उच्च करने और अपनी पूरी क्षमता का उपयोग करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।

रोचक कहानियों, प्रभावशाली भाषणों और व्यावहारिक सुझावों के माध्यम से हम आपको अपने व्यक्तिगत और पेशेवर यात्रा पर सशक्त बनाने की कोशिश करते हैं। जुड़ीये हमारे साथ, अपनी आत्मा को उद्धार करने के लिए नयी शक्ति जगाने के लिए और अपनी क्षमता को पूरी तरह से उपयोग करने के लिए।

हमारे यूट्यूब  चैनल https://www.youtube.com/channel/UCXCLWxrPi94ULj1IxEdvBhg  को सब्सक्राइब करें और हमारी सक्रिय समुदाय में शामिल हों, जहां आप दूसरों से जुड़ सकते हैं, अपने अनुभव साझा कर सकते हैं और एक दूसरे से सीख सकते हैं।

हमारा उद्देश्य एक समावेशी और उत्साहजनक स्थान बनाना है जहां आप अपनी व्यक्तिगत विकास और परिवर्धन की यात्रा पर निकल सकें। धन्यवाद कि आप इस रोमांचकारी सफ़र में हमारे साथ शामिल हो रहे हैं।

हमें आशा है कि हमारा यूट्यूब चैनल भी  आपके लिए एक मूल्यवान संसाधन बन जाएगा, जो आपको प्रेरणा, आत्म-आनंद, संबंधों पर सलाह, स्वास्थ्य संकेत और वित्तीय ज्ञान प्रदान करेगा। सब्सक्राइब बटन को दबाएं और अधिसूचनाएँ सक्षम करें ताकि आप हमारे नवीनतम वीडियो को कभी न छोड़ें। साथ में, चलिए आत्म-खोज, विकास और स्वास्थ्य की ओर एक यात्रा पर निकलें। हमारी समुदाय में आपका स्वागत है!

* Relationship Advice Hindi*

हम जानते हैं कि संबंधों का महत्व आपके जीवन में कितना महत्वपूर्ण है और हम आपके साथ इस खास सफर में रहना चाहते हैं। हमारे लेख  आपको वाणीज्यिक, साथीपन, पारिवारिक और दोस्ताना संबंधों के मुद्दों के लिए महत्वपूर्ण सुझाव और निर्माणात्मक उपाय प्रदान करेंगे। हम संबंधों के मजबूतीकरण, संचार कौशल, विवादों के समाधान, प्यार और सम्मान की वृद्धि आदि पर वीडियो बनाते हैं।

हमारी दृष्टि है कि संबंधों को समृद्ध, स्थायी और पूर्णता के साथ बनाने से हम खुद को खुशहाल और यशस्वी बना सकते हैं। तो आइए, हमारे साथ जुड़िए, सीखिए और बढ़िये! हमारे यूट्यूब  चैनल https://www.youtube.com/channel/UCXCLWxrPi94ULj1IxEdvBhg को भी  सब्सक्राइब करें और हमारी सामुदायिकता में शामिल हों ताकि आप नवीनतम वीडियो से अपडेट रहें। हमें आशा है कि हमारे संबंधों की सलाह और मार्गदर्शन वाले वीडियो आपकी जिंदगी में सकारात्मक परिवर्तन और आनंद लाएंगे।

*Money Management in Hindi *

हम लाएं हैं “Money Management” लेखो के  समूह। हम जानते हैं कि धन प्रबंधन हमारे जीवन में कितना महत्वपूर्ण है और हमारा उद्देश्य है आपको वित्तीय सफलता और सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण ज्ञान प्रदान करना। हमारे लेख  आपको धन का प्रबंधन कैसे करें, निवेश कैसे करें, बचत की कला, कर्ज संचालन, वित्तीय योजनाएं, और आर्थिक सुरक्षा के महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत जानकारी प्रदान करेंगे।

हम आपको वित्तीय स्वतंत्रता, निवेश के मार्गदर्शन, वित्तीय योजना बनाने की कला और आय-व्यय को संतुलित रखने के तरीके सिखाने का प्रयास करेंगे। हमारी दृष्टि है कि वित्तीय संयम और ज्ञान के माध्यम से हम आर्थिक आत्मनिर्भरता और स्वतंत्रता का अनुभव कर सकते हैं। तो आइए, हमारे साथ जुड़िए, वीडियो देखें और आपकी वित्तीय स्थिति को सुधारें।

हमारे  यूट्यूब चैनल https://www.youtube.com/channel/UCXCLWxrPi94ULj1IxEdvBhg को सब्सक्राइब करें और हमारी समुदाय में शामिल हों ताकि आप हमारे नवीनतम वीडियो से अपडेट रहें। सफलता की ओर आपका सफर शुरू हो रहा है, तो आइए इस परियोजना में साथ चलें और वित्तीय स्वतंत्रता की दुनिया में अग्रणी बनें।

धन्यवाद!

ABOUT US

ABOUT US

 

Read More

मेरी ईमानदारी मेरा स्वाभिमान Honesty and Selfrespect

मेरी ईमानदारी मेरा स्वाभिमान

मेरी ईमानदारी मेरा स्वाभिमान (सत्य , निष्ठा , चरित्र, सच्चाई, विश्वास)

मेरी ईमानदारी मेरा स्वाभिमान

मेरी ईमानदारी मेरा स्वाभिमान

एक बार बाजार में चहलकदमी करते एक व्यापारी को व्यापार के लिए एक अच्छी नस्ल का ऊँट नज़र आया।( मेरी ईमानदारी मेरा स्वाभिमान Honesty and Selfrespect )

व्यापारी और ऊँट बेचने वाले ने वार्ता कर, एक कठिन सौदेबाजी की। ऊँट विक्रेता ने अपने ऊँट को बहुत अच्छी कीमत में बेचने के लिए, अपने कौशल का प्रयोग कर के व्यापारी को सौदे के लिए राजी कर लिया। वहीं दूसरी ओर व्यापारी भी अपने नए ऊँट के अच्छे सौदे से खुश था। व्यापारी अपने पशुधन के बेड़े में एक नए सदस्य को शामिल करने के लिए उस ऊँट के साथ गर्व से अपने घर चला गया।

मेरी ईमानदारी मेरा स्वाभिमान

मेरी ईमानदारी मेरा स्वाभिमान

घर पहुँचने पर, व्यापारी ने अपने नौकर को ऊँट की काठी निकालने में मदद करने के लिए बुलाया। भारी गद्देदार काठी को नौकर के लिए अपने बलबूते पर ठीक करना बहुत मुश्किल हो रहा था।

काठी के नीचे नौकर को एक छोटी मखमली थैली मिली, जिसे खोलने पर पता चला कि वह कीमती गहनों से भरी हुई है।

नौकर अति उत्साहित होकर बोला, “मालिक आपने तो केवल एक ऊँट ख़रीदा। लेकिन देखिए इसके साथ क्या मुफ़्त आया है?”

अपने नौकर के हाथों में रखे गहनों को देखकर व्यापारी चकित रह गया। वे गहने असाधारण गुणवत्ता के थे, जो धूप में जगमगा और टिमटिमा रहे थे।

व्यापारी ने कहा, “मैंने ऊँट खरीदा है,” गहने नहीं! मुझे इन जेवर को ऊँट बेचने वाले को तुरंत लौटा देना चाहिए।”

नौकर हतप्रभ सा सोच रहा था कि उसका स्वामी सचमुच मूर्ख है! वो बोला, “मालिक! इन गहनों के बारे में किसी को पता नहीं चलेगा।”

मेरी ईमानदारी मेरा स्वाभिमान

मेरी ईमानदारी मेरा स्वाभिमान

फिर भी, व्यापारी वापस बाजार में गया और वो मखमली थैली ऊँट बेचने वाले को वापस लौटा दी।

ऊँट बेचने वाला बहुत खुश हुआ और बोला, “मैं भूल गया था कि मैंने इन गहनों को सुरक्षित रखने के लिए ऊँट की काठी में छिपा दिया था। आप, पुरस्कार के रूप में अपने लिए कोई भी रत्न चुन सकते हैं।”

व्यापारी ने कहा “मैंने केवल ऊँट का सौदा किया है, इन गहनों का नहीं। धन्यवाद, मुझे किसी पुरस्कार की आवश्यकता नहीं है।” ( मेरी ईमानदारी मेरा स्वाभिमान Honesty and Selfrespect )

व्यापारी ने बार बार इनाम के लिए मना किया, लेकिन ऊँट बेचने वाला बार बार इनाम लेने पर जोर डालता रहा।

अंत में व्यापारी ने झिझकते और मुस्कुराते हुए कहा, “असल में जब मैंने थैली वापस आपके पास लाने का फैसला किया था, तो मैंने पहले ही दो सबसे कीमती गहने लेकर, उन्हें अपने पास रख लिया।”

मेरी ईमानदारी मेरा स्वाभिमान

मेरी ईमानदारी मेरा स्वाभिमान

इस स्वीकारोक्ति पर ऊँट विक्रेता थोड़ा स्तब्ध था और उसने झट से गहने गिनने के लिए थैली खाली कर दी।

वह बहुत आश्चर्यचकित होकर बोला “मेरे सारे गहने तो इस थैली में हैं! तो फिर आपने कौन से गहने रखे ?

“दो सबसे कीमती वाले” व्यापारी ने जवाब दिया।

“मेरी ईमानदारी और मेरा स्वाभिमान”

आप एक छोटे बच्चे को सत्यनिष्ठा कैसे सिखाएँगे?

रोजर जेनकिंस ने इसे इस रूप में समझाया है, “सही काम करने की क्षमता या सही काम करने का चयन करने की क्षमता, आपको गलत काम करने से दूर रख सकती हैं।”

“इंसान के मन की संतुलित दशा उसके द्वारा विभिन्न परिस्थितियों में की गई सारी गतिविधियों में उसके सही मनोभाव की अभिव्यक्ति है। एक व्यापक अर्थ में, यह उसके चरित्र का प्रतिबिम्ब है।” चरित्र ही एक ऐसा अनमोल रतन है जिससे हम जिन्दीभार अपनों के बीच अपने स्वाभिमान के साथ जीवन जी सकते ही अगर हमारा चरित्र सही नहीं है तो हमारे पास करोड़ो की सम्पति होते हुए भी हम इज्जत के साथ जिंदगी नहीं जी सकते है,

चाहते तो व्यापारी उस गहने को अपने पास रख सकते थे लेकिन उनका स्वाभिमान इस बात  की इज्जाजत नहीं दिया, सबसे पहला रतन ईमानदारी की और फिर स्वाभिमान की, लोभ करने से ईमानदारी तो जावेगी ही साथ में स्वाभिमान तो रहेगी भी नहीं।

https://fitnesswellness2.com/

https://www.youtube.com/channel/UCXCLWxrPi94ULj1IxEdvBhg

 

 

फर्स्ट ऐड बॉक्स First Aid Box में किन किन चीजों का होना जरुरी है।

फर्स्ट-ऐड-बॉक्स-First-Aid-Box
फर्स्ट-ऐड-बॉक्स-First-Aid-Box

फर्स्ट-ऐड-बॉक्स-First-Aid-Box

जब कोई घटना घट जाती है तब हमें फर्स्ट ऐड बॉक्स की जरुरत पड़ती है,  आइये जानते है फर्स्ट ऐड बॉक्स में किन किन चीजों का होना जरुरी है :-

1. डिस्पोजेबल दस्ताने ( फर्स्ट  ऐड बॉक्स ) :-

चुकी घटना कही भी घट सकती है तो हमें खुले हाथ से घाव का उपचार नहीं करनी चाहिए, अतः फर्स्ट ऐड बॉक्स  में रबर के दशताने होने चाहिए ताकि यह कन्फर्म हो जावे की हम सही उपचार कर रहे है और इस उपचार के दौरान कोई भी इस घाव में कोई इन्फेक्शन नहीं होगा।

2. चिपकने वाली पट्टियां ( First Aid Box ) – 

फर्स्ट ऐड बॉक्स में विविन्न प्रकार के चिपकने वाली पट्टिया होने चाहिए क्योकि हम घाव को खुल्ला नहीं छोड़ सकते है। घाव को खुल्ला छोड़ने पर इन्फेक्शन का रिस्क बढ़ जाता है।

3. एंटीसेप्टिक  क्रीम आदि  ( फर्स्ट  ऐड बॉक्स ) –

फर्स्ट ऐड बॉक्स में एंटीसेप्टिक क्रीम सोलूशन्स का रहना जरुरी है कियोकि किसी भी  कट, घाव , जला हुवा घाव आदि पर यदि समय पर एंटीसेप्टिक क्रीम आदि का लेप लगा दिया जाय तो इन्फेक्शन्स का खतरा ताल जाता है।

4. थर्मामीटर ( First Aid Box ) –

 एक थर्मामीटर फर्स्ट ऐड बॉक्स में रहना अतिआवश्यक है क्योकि की किसी भी इमरजेंसी की स्तिथि में मरीज का टेम्प्रेचर का ज्ञान होना अति आवश्यक जिससे की मरीज के शरीर के तापमान हमें पता रहे और आवश्यक उपचार दिया जा सके।

5. चिमटी  TWEEZERS –

त्वचा में फसी किसी भी बाहरी वस्तु को त्वचा से  बहार निकलने के लिए आपके फर्स्ट ऐड बॉक्स में 2 चिमटी अवश्य ही होना चाहिए ताकि किसी भी बाहरी वस्तु को त्वचा से बहार निकाल सके.

फर्स्ट ऐड बॉक्स First Aid Box

फर्स्ट ऐड बॉक्स First Aid Box

6. कोल्ड पैक ( फर्स्ट ऐड बॉक्स First Aid Box )

यदि घाव या जखम में कही सूजन या स्किन रिएक्शन दिखे तो और आपको कुछ ठंडा हेतु आवश्यकता लगती है तब कोल्ड पैक हमारे लिए बहुत ही फायदे मंद होता है। 

7. एलर्जी की दवा :-

https://fitnesswellness2.com/web-stories/first-aid-box/

यदि आपके फॅमिली में कोई भी एलेर्जी के रोग से ग्रषित है जैसे किसी को खाने से, किसी को वातावरण से, किसी को धूलकण आदि से एलेर्जी है तब अपने फर्स्ट ऐड बॉक्स में एलेर्जी की मेडिसिन अवश्य रखने चाहिए ताकि वक्त जरुरत काम आवे।

8. दर्द निवारक दवा –

हमेशा ही अपने फर्स्ट ऐड बॉक्स में दर्द निवारक दवा रहने चाहिए क्योकि जबतक आप किसी डॉक्टर के पास नहीं पहुंच जाते है तबतक आप पैन किलर लेकर काम चला सकते है जिससे की आप तत्काल मरीज के फीवर और दर्द को कम कर सके।

9. कैची –

अपने फर्स्ट ऐड बॉक्स में एक कैची भी रहनी चाहिए क्योकि एक्सीडेंट के केस में हमें जरुरत पड़ सकते है  और कैची रहने पर आप उसका फ़ायदा उठा सकते है।

10. गैस या बदहजमी की दवा –

जब  कभी भी बहार जाते है तो आपको खाने पीने में कोई भी समस्या आ जाये तो आप गैस या बदहजमी की दवा लेकर रिलीफ ले सकते है ।

11. गुलकोज या एलेक्ट्रोल पाउडर 

अपने फर्स्ट एयर बॉक्स में गुलकोज और एलेक्ट्रोल पाउडर अवश्य डालनी चाहिए क्योकि हमें रास्ते में कभी भी खासकर गर्मी के दिनों में प्यास और एनर्जी की कमी महसूस होने लगता है ऐसी स्थिति में गुल्कोज या एलेक्ट्रोल पावर का घोल बना कर  हम पी सकते है।

12. पेट दर्द की दवा :

जब आप अपने फॅमिली के साथ कही सफर कर रहे होते है तब यदि अपने फॅमिली मेंबर में बच्चे और बुजुर्ग  मेंबर है तो अपने साथ पेट दर्द की दवा साथ में ले सकते है।

13. ब्लड प्रेशर मशीन और ऑक्सीमीटर :

अगर आपके फॅमिली मेंबर में कोई भी बुजुर्ग  मेंबर है तो आपको ब्लड प्रेशर और ऑक्सीमीटर अवश्य ले लेवे थकी वक्त जरुरत काम आवे।

14. बाम और वैपोरब

अपने फर्स्ट ऐड बॉक्स में सरदर्द , कमर दर्द या अन्य किसी भी दर्द के ले तुरंत आराम के लिए अपने साथ बाम और या वैपोरब अवश्य रखने चाहिए ।

 

डिस्क्लेमर : उपरोक्त सभी जानकारी सामान्य जानकारी पर आधारित है किसी भी उपचार के  लिए किसी विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लेवे ।  हम इनकी पुष्टि नहीं करते है।

https://www.youtube.com/channel/UC-zpWx3zfltKNPSMs4WCUhg

https://www.youtube.com/channel/UCXCLWxrPi94ULj1IxEdvBhg

https://fitnesswellness2.com/health-is-wealth-hindi-1/

 

Health is Wealth Hindi-1

Health is Wealth Hindi-1

यह एक हेल्थ टिप्स इन हिंदी पर लिखी एक आर्टिकल है  जैसा की आप जानते है Health is Wealth Hindi-1

Health is Wealth Hindi-1

Health is Wealth Hindi-1

पुरानी कहावत है कि हेल्थ इस वेल्थ यानि की स्वास्थय ही धन है Health is Wealth Hindi-1 लेकिन आज के इस भाग दौड़ कि जिंदगी में एक सामान्य व्यक्ति सोच कर भी अपने स्वस्थ्य का ध्यान नहीं रख सकते है, लेकिन फिर भी हमें रूककर सोचने की जरुरत है कि क्या हम सही है तो उत्तर आवेगा नहीं क्योकि हम बिलकुलभी सही नहीं है।

अतः  सोचने कि जरुरत है कि क्या हम इतनी स्पीड में चलकर 100 वर्षो तक जीवित रह सकते है क्या ? अगर आपका उत्तर हा में है तो आप बिलकुल सही चल रहे है लेकिन अगर आपका उत्तर नहीं है तो आपको रूककर सही दिनचर्या यानि कि लाइफ स्टाइल में परिवर्तन करने कि जरुरत है। 

दिनभर हम तरोताजा रहे इसके लिए निम्नलिखित इन 20 टिप्स   दिनचर्या को अपनाएं तो मुश्किल नहीं  होगा

Health is Wealth Hindi-1

१। दृढ़संकल्प (इन 20 टिप्स को अपनाकर पुरे दिन रहें एक्टिव

Health is Wealth Hindi-1)

जीवन में  दृढ़संकल्प का होना बहुत ही आवश्यक है  क्योकि ” मन का हरा हार है, मन का जीता जीत “  Health is Wealth Hindi-1 अगर अपने यह सोच कर कोई कार्य को शुरू करते है कि यह काम करके ही दम लूंगा तो वह काम अवश्य ही सफल होता है, अगर मन के अंदर थोड़ा सा भी डर रह गया तो मन लो कि आपके उस कार्य में सफल होने में  संदेह है।

  1.  एक फार्मूला बनावे जिसमे आपका लक्ष स्पस्ट रूप से लिखा हो  जिससे उस कार्य को पूरा करने में मन लगा रहता है , फार्मूला मे आपका लक्ष्य स्पस्ट रूप से परिभाषित हो, और यह फार्मूला आपको उस लक्ष्य को हासिल करने के लिए क्या करना है , आप को प्रेरित करेगा। 
  2. आप उस लक्ष्य को पूरा करने का समय सीमा भी तय कर सकते है  जिससे आपका मूल्यवान समय बचेगा।

 

२। प्रातः सूर्योदय से पहले जगना (इस आर्टिकल को आप Common Health Tips To Keep You Safe & Active in Hindi के तौर पर भी पढ़ सकते है Health is Wealth Hindi-1  )  

https://fitnesswellness2.com/

प्रातः सूर्योदय से पहले जगना स्वास्थ्य के लिए Health is Wealth Hindi-1 अति उत्तम होता है आजकल के दिनचर्या में रात्रि में हम लेट सोते हैं और फिर प्रातः काफी लेट जगते हैं जिससे हमारे शरीर को काफी नुकसान होता है।  अतः सूर्योदय से पहले जग जाना चाहिए।  सुबह का वातावरण  भरपूर ऑक्सीजन युक्त होता है जिससे हमारा शरीर स्वस्थ रहता है और स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन का निवास होता है|

  1. सुबह जगते ही हमें  इच्छाभर पानी पीना चाहिए जिससे कि हमारा  शौच साफ होता है।
  2. सूर्योदय से पहले जगाने से आपको एक नई शुरुआत मिलेगी जिससे आपको एक नई जोश और नई ऊर्जा मिलेगी जिससे आप दिनभर तरोताज़ा रहेंगे और शरीर में स्फूर्ति महसूस होगा। 
  3. प्रातः सूर्योदय से पहले उठने से आपके मन को स्थिरता मिलेगी एवं मन की स्थिरता में सुधार होगा, शांत मन से आप ध्यान कर पाएंगे और आप अपने दिन को एक सकारात्मक रूप से शुरू कर सकते है । 
  4. नियमित सुबह सूर्योदय से पहले जागने से आपका शरीर स्वस्थ्य रहता है जिससे आप अधिक सक्रिय रहेंगे ।
    Health is Wealth Hindi-1

    Health is Wealth Hindi-1

     

३। योग और व्यायाम  (Health Tips in Hindi, हेल्थ Tips, Health Care and  Fitness टिप्स, Health is Wealth Hindi-1 )

https://youtu.be/DR9F3ViHJ5g

 

योग और व्यायाम के फायदे हम इस प्रकार से समझ सकते है  :-

1. योग शारीरिक एवं मानसिक संतुलन को बढ़ता है  जबकि  व्यायाम वजन कम करने में मदद करता है । Health is Wealth Hindi-1

2. योग चिंता और तनाव को कम करता है  जबकि  व्यायाम  मूड में सुधार करने में मदद करता है ।

3. योग शरीर का लचीलापन बढ़ता है  जबकि  व्यायाम शारीरिक क्षमता और स्थामित्व को बढ़ता है। 

4. योग  निंद्रा की गुणवत्ता को बढ़ता है  जबकि  व्यायाम दिल की समस्याओ से बचाने में मददगार  है। 

5. योग  ह्रदय रोगो एवं कैंसर जैसे रोगो से बचाने में उपयोगी है  जबकि  व्यायाम शरीर के ऊर्जा को बढ़ता है। 

6. योग प्रतिक्षातन्त्र प्रणाली को मजबूत बनाता एवं शरीर को अन्य रोगो से बचाते है  जबकि  व्यायाम डायबिटीज एवं कैंसर जैसे बिमारीयो से बचता है।

अगर आप ऐसा नियमित करते है तो आपको डॉक्टर के पास जाने की और दवाइओ की जरुरत नहीं पड़ेगी। ये हेल्थ टिप्स जो आपको हमेशा स्वस्थ्य  रखेंगी।  ये सभी नेचुरल हेल्थ टिप्स एवं बॉडी हेल्थ टिप्स  है या इसे हेल्थ टिप्स घरेलु नुस्खे की श्रेणी में रखा जा सकते है।

इस तरह से हमें कम से कम 30 मिनट्स का वर्कआउट अवश्य करे जिसमे आप निम्न व्यायाम कर सकते है :-

Health is Wealth Hindi-1 मॉर्निंग वाक (हेल्थ टिप्स फॉर वीमेन) 

जॉगिंग (Health Tips in Hindi Womens’ Health, Health is Wealth Hindi-1

अष्टांगयोग  ( Health is Wealth Hindi-1 )

Health is Wealth Hindi-1 शुक्ष्म व्यायाम 

Health is Wealth Hindi-1 दीर्घ स्वसन 

Health is Wealth Hindi-1 सूर्य नमस्कार 

Health is Wealth Hindi-1 रनिंग

Health is Wealth Hindi-1 मॉर्निंग वाक  सबसे अच्छा एक्सरसाइज है. 

1 अगर आप 10000 कदम चल लेते है तो मान लीजिये की अपने 8 किलोमीटर चल चुके है ।

२ मॉर्निंग वाक  से आपको  शरीर के सभी अंगो का व्यायाम हो जाता है। 

३ मॉर्निंग वाक से न केवल मंश्पेसिया मजबूत होती है बल्कि मनुष्य की हड्डिया भी मजबूत होती है। हेल्थ टिप्स फॉर वीमेन कोई अलग से नहीं होती है , मॉर्निगं वाक वीमेन के लिए भी बहुत ही उपयोगी होती है।

4 सुबह सुबह मॉर्निंग वॉक कर लेने के बाद आपका तनाव लेवल स्वतः ही कम हो जावेगा।

5 मॉर्निंग वाक करने से आपके दिल का स्वस्थ्य भी ठीक रहता है, आपका ब्लूडशिरकुलेशन बढ़ता है और आपके दिल खुश रहता है। 

6 मॉर्निंग वाक करने से आपका इम्यून सिस्टम मजबूत होता है इससे आपको बीमारियों से लड़ने की ताकत बढ़ाता है।

२। जॉगिंग के फायदे  ( Health is Wealth Hindi-1 )

Health is Wealth Hindi-1

Health is Wealth Hindi-1

जॉगिंग करने के महत्वपूर्ण फायदे वजन घटाने  में होता है , जॉगिंग करने से मष्तिस्क को वेहद फायदा होता है इस व्यायाम से मष्तिस्क को ऑक्सीजन मिलता है इससे मष्तिस्क की क्षतमा बढ़ती है। जॉगिंग एक बेहद बेहतरीन व्यायाम ही जिससे हम शरीर की कैलोरी को खर्चा कर सकते है। 

३। अष्टांगयोग के फायदे ( Health is Wealth Hindi-1 )

किसी भी आठ योगो के समूह को एक साथ करने के योग को अष्टांग योग कहते है। अष्टांग योग को करने से आपको शारारिक, मानसिक और अध्यात्म स्वस्थ्य को सुधारने में  मदद करता है , अष्टांग योग से आप शारीरिक फिटनेस, मानसिक स्वस्थ्य,  आंतरिक शांति, स्ट्रेस को कम करने में मदद मिल सकता है। अष्टांग योग से हमारे शरीर में पर्याप्त ऑक्सीजन का प्रवेश होता है जिससे अपने शरीर को स्वस्थ्य रखता है और वजन कम करने मदद करता है। 

४। शुक्ष्म व्यायाम के फायदे  (Good Health Tips सदा हेल्दी रहने के 10 सदाबहार टिप्स, खास आप के लिए) 

शरीर की लचीला बनाने के लिए करे शुक्षम व्यायाम इसको संधि योग भी कहते है, में संधि योग का अलग से आर्टिकल लिखूंगा जिसे आपलोग पढ़ सकते है। इस योग में हम एडी से चोटी  के योग भी कहते है। भारत सरकार के हॉस्पिटल्स में भी योग ओ पी डी में स्वयं इस योग को करते देखा हु संधि योग पर एक वीडियो भी बनुगा जिसे आप मेरे यूट्यूब चैनल पर देख सकेंगे https://www.youtube.com/channel/UC-zpWx3zfltKNPSMs4WCUhg 

शुक्ष्म व्यायाम एक आदर्श शारीरिक प्रक्रिया है ,  शुक्षम व्यायाम आपके शरीर को  संगठित रूप से चलने में सहयोग करता है  संधि योग जोड़ो का योग है जिसे हर उम्र के लोग कर सकते है , यह व्यायाम आपके सवेदनशीलता को बढ़ता है । 

शुक्षम व्यायाम में आप गर्दन को घूमना , हाथ के जोड़ घूमना , आखे घूमना , घुटना के जोड़ो को घूमना, मुथियो को बंद करना और खोलना, कमर को घूमना आदि आदि व्यायाम कर सकते है । 

५। दीर्घ स्वसन (NATURAL HEALTH TIPS IN HINDI)

कहते है भारत के ऋषि मुनि हजारो सालो तक जीवित रहते है उसका एक विशेष जो कारण है वो है दीर्घ स्वसन, दीर्ध स्वसन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमे आप स्वासो की गति तो नियंत्रित करते है, मनुष्य के लिमिटेड स्वास है ऐसा आप जानते है लेकिन दीर्ध स्वसन से हम स्वास को अपने नियंत्रण में ले लेते है और एक सामान्य मनुष्य की गति के कम गति से स्वास लेते है जिससे अपने शरीर में ऑक्सीजन लेवल भी बढ़ जाता है और हमारा स्वासो की गिनती भी कम हो जाती है। आइये जानते है दीर्ध स्वसन कैसे करे :- 

स्टेप 1 : पद्मासन में  ज्ञान मुंद्रा में बैठकर  धीरे धीरे स्वास को अंदर लेना है 

स्टेप 2: स्वास लेते समय मन के अंदर गिनती गिननी है की कितनी संख्या में हमने स्वास को अंदर ले लिया। 

अब आपको 1:2 में स्वास को बहार निकलने का प्रयास करना चाहिए, जैसे मान लो की अपने स्वास को अंदर लेने की गिनती 20 सेकंड है तो उस स्वास को बहार करने के लिए कम से कम 40 सेकंड लगाना चाहिए। अतः अपने एक स्वास लेने में 1 मिनट्स का समय लगाया, इस क्रिया से अंदर लिए हुवे ऑक्सीजन अपने शरीर के नस नाड़ियों तक में प्रवेश किया, इससे अपना ऑक्सीजन लेवल भी अधिक हो गया. 

६। सूर्य नमस्कार के फायदे  (Health is Wealth Hindi-1)

सूर्य नमस्कार एक प्राचीन योग आसन है जो हमारे शरीर, मन आत्मा के लिए बहुत ही फायदे मंद है। अगर अपने प्रयाप्त मात्रा में कम से कम 13 बार सूर्य नमस्कार कर लिया तो यह मन लिया जावेगा की अपने एक दिन का वर्कआउट कल लिया क्योकि यह 10  आसन का समूह है जिसे एक साथ किया जाता है ।

सूर्य नमस्कार पर अलग से एक आर्टिकल में अवश्य लिखूंगा।  सूर्य नमस्कार में  विविन्न प्रकार के आसन  है। यह योग चिंता और तनाव कम करता है। यह आपको ध्यान केंद्रित करने में और मानसिक शांति प्राप्त करने में मदद करता है।  चुकी यह कई आसन के समूह है इससे बैक पैन , कमर दर्द, गठिया जैसे बीमारियों के ले फायदेमंद है।सूर्य नमस्कार करने से हमारा शरीर लचीला हो जाता है।

७। रनिंग के फायदे ( हेल्थ से जुड़ी जानकारी, हेल्थ केयर इन हिंदी )

रनिंग एक उत्कर्ष शारीरिक व्यायाम है , रनिंग से हमारा ह्रदय मजबूत होता है, मोटापा कम करने का राम बन इलाज है रनिंग, रनिंग से अधिक कैलोरी खर्चा होता है और हमारी मोटापा कम होता है,  नियमित रनिंग करके आप अपने शरीर  का फैट कम कर फिट और स्लिम बॉडी बना सकते है । रनिंग से स्वसन तंत्र मजबूत होता है,  रनिंग से मन शांत होता है और खुद को अधिक ऊर्जावान महसूस करेंगे। 

४। सुबह का नास्ता (Health Care, Health News & Healthy Living Advise in हिंदी, 100 हेल्थ टिप्स Health is Wealth Hindi-1 ) 

 

https://www.youtube.com/channel/UCXCLWxrPi94ULj1IxEdvBhg

सुबह का नास्ता एक स्वस्थ्य और ऊर्जावान शरीर के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है 

  1. अंकुरित आनाज यदि आप अपने सुबह के नास्ते में शामिल करते है तो आपके शरीर हो भरपूर ऊर्जा मिलती है। अंकुरित आनाज में आप ”  सोयाबीन, मूंग दाल, चना, बाजरा आदि ले सकते है जिससे आपको फाइबर, विटामिन्स और मिनरल्स मिलता है। 
  2. फल : फलों में फाइबर, विटामिन्स और मिनरल्स की मात्रा बहुत ही ज्यादा होती है। आप सेव केला अंगूर पपीता  
  3. पोहे : पोहे एक लोकप्रिय भारतीय नास्ता है, आप पोहे में नमक, चीनी ,लहसन , धनिया और नीबू जूस आदि मसलो का प्रयोग कर सकते है। 
  4. अंडा : अंडा प्रोटीन का एक महत्वपूर्ण स्रोत है जो आपको पोषण देता है।   

५। प्रयाप्त मात्रा में पानी पीना ( हेल्दी और फिट रहने के लिए फॉलो करें ये आसान टिप्स ) ( Health is Wealth Hindi-1 )

अगर को मुझे पूछे की दिन भर में कितना पानी पीना चाहिए तो सही उत्तर कुछ भी नहीं है क्योकि कोई भी मेडिकल साइंस यह अभी तय नहीं किया है फिर भी हमें  दिन भर में कम से कम 3 से 4 लीटर पानी अवश्य पीना चाहिए और अपने कार्य और आवश्यकता के अनुसार अधिक या कम पानी पी सकते है।  

६। अपने ऑफिस को व्यायाम शाला बनाये  ( Health is Wealth Hindi-1 )

Health is Wealth Hindi-1

Health is Wealth Hindi-1

आप कही भी कार्य करते हो, लगातार 2 घंटे से ज्यादा कुर्सी पर ना बैठे, प्रत्येक 1 घंटे में अपने कुर्सी से उठ कर थोड़ी सी देर टहलना चाहिए और आवश्यकता पड़े तो आप ताड़ासन कर सकते है। 

ताड़ासन एक ऐसा आसन है जिससे आप ऑफिस में कर सकते है, आप सीधा खड़े हो जावे और दोनों हाथो को ऊपर करके, दोनों  हाथो की अंगुलिओं को आपस में फसाकर ऊपर की और खींचो जिससे पुरे शरीर के नसों को आराम मिलेगा,

इसके अलावा क्यू आर टी QUICK RELAX TECHNIC यानि की तुरंत रिलैक्स प्राप्त करने के तरीके यानि की टेक्निक, अगर आपके ऑफिस में कारपेट है तो आप उसपर  ऊपर हेड कर सीधे लेट जाये फिर दोनों हाथो को अपने शरीर के पैरेलल सीधा कर देवे, दोनों पैरो को मिलावे और पुरे ताकत लगा कर खींचे पूरा शरीर को कड़ा करें पेट को अंदर करें, अपने पैरो को खींचे ताकि अपना शरीर में कम्पन हो जावे फिर अपने शरीर को ढीला छोड़ दे आपको रिलैक्स महसूस होगी 

७। दिन का भोजन 1.00 बजे से पहले ले ( हेल्थ टिप्स इन हिंदी स्वास्थ्य संबंधी टिप्स ( Health is Wealth Hindi-1 )

दोपहर का भोजन अपने को 1.00 बजे तक अवश्य ले ले। भोजन के बाद हो सके तो आराम करना चहिये। 

८।  4 बजे से 4.30 बजे थोड़ा स्नैक्स और चाय अवश्य ले  ( Health is Wealth Hindi-1 )

 

९। रात्रि 8 बजे तक भोजन अवश्य कर ले Health is Wealth Hindi-1

रात्रि भोजन हल्का और 8 बजे से पहले अवश्य कर लेना चाहिए 

आप इस लेख ले विषय में निम्नलिखित वेबसाइट पर भी जानकारी ले सकते है https://www.jagran.com/lifestyle/health-news-hindi.html

 

नोट 

उपरोक्त सभी सलाह जागरूकता बढ़ने के लिए लिखा गया है, अपने अपने जरुरत के योग व्यायाम और डाइट अपने किसी हेल्थ एक्सपर्ट के निगरानी में ही करे।